Crime story | गांव का गुंडा।
|Gav ka gunda crime story in hindi |
Crime story
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उद्यान नगर में एक छोटे से गांव में रहने वाले रामेश कुमार के पास अपनी बड़ी सपना थी – वह एक विदेशी देश में अच्छी नौकरी पाना चाहता था। उसने कई साल अपनी शिक्षा पर ध्यान दिया और अंततः उसे विदेश में अच्छी नौकरी मिल गई। वह अपनी परिवार से दूर नौकरी के लिए निकल गया था।
रामेश के गांव में बस्ती का गुंडा राजेश सिंह रहता था। राजेश का अनौपचारिक सेना में शामिल होने का सपना था, लेकिन उसके पास उच्च शिक्षा का कोई माध्यम नहीं था। वह एक बड़ा आदमी बनने के लिए अपराध में जुट गया। राजेश गांव में डर का माहौल फैला रहा था, और सभी उसे डरते थे।
रामेश की नौकरी के दिन बितते जा रहे थे, जब एक दिन रामेश को अपने गांव के बारे में खबर मिली। राजेश गांव के लोगों को परेशान कर रहा था और उनके पास अदालती कार्यवाही से बचने के लिए राजनीतिक लोगों के सहायता ली जा रही थी। रामेश ने सो
चा कि अगर वह अपने गांव वापस जाएगा तो उसे राजेश के दबाव में रहना पड़ेगा। वह चिंतित हो गया और इस मुद्दे पर गांव के नेताओं के पास जाने का निर्णय लिया।
गांव के नेताओं ने रामेश की मदद करने का वादा किया और राजेश के खिलाफ एक योजना बनाई। रामेश को उन्होंने एक छद्म अभियान में शामिल करने के लिए कहा और वह राजेश की गतिविधियों की जानकारी इकट्ठा करने के लिए वापस गांव गया।
रामेश ने गांव में गुप्त रूप से घुसपैठ की और राजेश के गुंडों के बारे में बहुत कुछ जान लिया। उसने यह भी खोजा कि राजेश ने अदालत को मुद्दे में धमकी दी थी ताकि उसे छोड़ दिया जाए।
रामेश ने इन सभी जानकारियों को नेताओं के साथ साझा किया और वे एक चतुर योजना बनाने के लिए एकजुट हुए। योजना के अनुसार, उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर राजेश और उसके गुंडों को पकड़ने का प्रयास किया।
आखिरकार, रामेश के प्रयासों ने कामयाबी प्राप्त की और र
ाजेश सिंह और उसके गुंडे पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए। गांव के लोगों को अपनी सुरक्षा की गारंटी मिली और रामेश को अपनी नौकरी पर वापस जाने का मौका मिला। उसका सपना सच हो गया और उसने विदेश में सफलता हासिल की।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि अगर हम साथ मिलकर अपराध के खिलाफ लड़ते हैं, तो हम अपनी समाज में सुरक्षा और न्याय की मांग को पूरा कर सकते हैं।